Safety In Techanical Fitter Trade (In Hindi)
नमस्ते दोस्तों आजका हमारा विषय हे की फिटर ट्रेड में
सुरक्षितता का क्या महत्त्व हे.तो सुरु करते हे सुरक्षितता के मतलब से सुरक्षितता
मतलब हे की किसीभी प्रकार का अपघात न होने के लिए ली जाने वाली परवाह और उस के लिए
निजो नियमोंका पालन किया जाता हे उसे सुरक्षितताके नियम कहते हे। एक जिम्मेदार कारागीर ऐसा
होता हे के जिसे सुरक्षितता के बारे में सब पता हो जो सब काम सुरक्षितता को ध्यान
में रख के काम करता हो। उस पता होना चाहिए की काम सुरक्षितता और रोजगार से करना
चाहिए।काम में जो प्रवीणता होनी चाहिए वोहमें खुद सीखना ये भी एक सुरक्षा का भाग
हे। जो हमारे कोई भी काम को पुरे नियंत्रण से पूरा होने देती हे। जिससे हम खुदको
और दुसरो को भी अपघात होने से बच्चा सकते हे।
सुरक्षा के प्रकार- १.सामान्य सुरक्षितता
के नियम।
२.खुद की सुरक्षा ।
३. हतियारो के बारेमेंकी
सुरक्षा ।
४. मशीनों के बारेमेकी
सुरक्षा ।
५.सामग्रियों(material)के बारेमें की सुरक्षा ।
सुरक्षा के सामान्य नियम-१. जॉब तैयार करने से
पाहिले जॉब बनाने के पूर्ण तोर तरीके जान लेने चाहिए और उसे पूर्ण नियोजन से करना
चाहिए।
२. काम करते समय सुरक्षा के नियमो पर ध्यान दे और नियमो को
अमल में लाइए।
३. काम करते समय ढीले कपडे पहनिए।
४. वर्कशॉप में काम करते समय मजाक-मस्ती न करे।
५. काम से ध्यान हटने न दे और उचित हतियारो का उपयोग जहा
होता हो उसे वही इस्तेमाल करे।
६. सुरक्षित काम के लिए हतियारो हर कुछ कालावधि में उसकी
देख रेख करते रहना चाहिए।
खुद के सुरक्षा के नियम -१. अचे फिटिंग और आरामदायक
काम करते वक़्त होने चाहिए। वो ज्यादा फिट भी नहीं होना चाहिए।
२. शेफ्टी शूज का उपयोग करे।
३. हात में अंगूठी,घडी ,गले में चैन ऐसे चीजे काम
करते वक़्त इस्तिमाल न करे क्यों की वो मशीन के घूमने वाले हिस्से में अटक सकते हे।
४. वेल्डिंग,ग्राइंडिंग,चिप्पिंग करते वक़्त
सेफ्टी चश्मे का इस्तिमाल करे।
५. गरम जॉब हो हातमे लेने से पाहिले टयाग का इस्तिमाल करे।
और जहा काम हे वही हैंड ग्लोव्ज का इस्तिमाल करे।
६. स्टील रूल का इस्तिमाल स्क्रू ड्राइवर की तरह ना करे।
७. ट्राय स्कवेअर का इस्तिमाल हैमर की तरह ना करे।
मशीनों के बारे में सुरक्षा -१. जिस मशीनों के बारे
जानकारी न हो उसे शुरू करने की कोशिश ना करे।
२. सबसे पाहिले मशीन की पूरी जानकारी जानलो।
३. मशीन शुरू करने से पाहिले उसे साफ़ करले। मशीन के पुरे
हिस्से सही जगह जुड़े हुवे हे या नहीं वो देख लीजिये।
४. मशीन के घूमने वाले हिस्से को कूलैंट दीजिये।
५. कटाई करने वाले हतियार ही माशुं पे मजबूती से पकडे।
६. काम होने बाद बंद करे पर मशीन के घूमने वाले हिस्से हात
से पकड़के बंद न करे।
७. मशीन पर का जॉब सही टी तरीखेसे निकालके मशीन को साफ़ करे।
मटेरियल की सुरक्षा -१. उत्पादन
व्यापार के लिए लगने वाले कच्चे माल का स्टॉक स्वतंत्र और सुरक्षित जगह पर हे उसका
अभिलेख करे।
२. विस्पोटक चीजों को सुरक्षित जगा करे।
३. निकलने वाले स्क्रैप से वर्कशॉप में कुछ तकलीफ न आये ऐसे
जगह पर रखे।
४. मशीन को लगने वाले लुब्रीकेंट ख़राब न हो इसलिए उसे अच्छी
जगह पर रखे।
५.अगर काम में कई घातक मटेरियल का इस्तिमाल करना पड़े तो उसे
सही तारीखे से इस्तिमाल करे।
Nice bhai
ReplyDeleteनमस्कार सर
ReplyDeleteमेने आपकी ब्लॉग पोस्ट पढ़ी आपने काफी अच्छा लिखा है आसान भाषा में समझ आ गया मेने भी इस टॉपिक पर लिखा हुआ है
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